स्वास्थ्य टीम को निरीक्षण में मिली कई खामियां
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय नई दिल्ली की चार सदस्यीय टीम ने मंगलवार को जिला पुरुष अस्पताल का निरीक्षण किया। केंद्र की ओर से आवंटित राशि से कराए गए कार्यों की जानकारी ली और उनकी गुणवत्ता देखी। इस दौरान उन्हें कई खामियां मिलीं। टीम ने कक्ष में स्टाप व संसाधन की कमी के लिए सीएमएस से ब्योरा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
सुबह 12 बजे रिसर्च ऑफिसर डॉ. डीएन गिरि, डॉ. केएन मिश्रा, शुभम जैन व साकेत आनंद सबसे पहले पैथोलॉजी कक्ष में पहुंची। यहां पर कितने प्रकार के टेस्ट, कैसे कब और किस स्थिति में की जाती है के बारे में जानकारी ली। डॉ. गिरि कहा कि निरीक्षण का उद्देश्य केवल गलती निकालना नहीं बल्कि सुधार लाना भी है। एनएसडी क्लीनिक में ब्लड, शुगर, डायबिटीज व कैंसर के मरीजों का वर्ष 2019 से अब तक रिकार्ड तलब किया। एआरटी केंद्र में डॉ. शफीक खान से पिछले वर्ष से लेकर अब तक कितने मरीज आए का ब्योरा मांगा।
पोषण पुनर्वास केंद्र में पहुंची टीम से नर्स ने कहा कि डाटा इंट्री ऑपरेटर न होने के चलते जानकारी भेजने में देरी होती है। मेंटल कक्ष में पंकज ने डॉक्टर व काउंसलर न होने की बात कही। आरसीटीसी कक्ष में अभय श्रीवास्तव से वर्ष 2019 से अब तक कितने एचआईवी मरीजों की संख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ. रामजी पांडेय, सीएमएस डॉ. अनिल कुमार शर्मा, मैनेजर अभिषेक रंजन, सुनील बाबू, दिलीप मौजूद रहे।